लेखनी कहानी -09-Jan-2024
शीर्षक - आस्तीन का सांप
आज की कहानी आस्तीन का सांप हम सभी जानते हैं कि आज की आधुनिक युग में एक ना एक आस्तीन का सांप बना एक दूसरे के साथ स्वार्थ और फरेब कर रहा है।
आज की कहानी आस्तीन का सांप भी दो दोस्तों की कहानी है और उसे दोस्ती के बीच में एक प्रेम कहानी है वैसे तो आधुनिक युग में सब कुछ जायज है और आज के समय को देखते हुए स्वार्थ के लिए लोग एक दूसरे को बेवकूफ बना देते हैं आओ कहानी को शुरू करते हैं। निकिता एक अच्छी घर की युवा खूबसूरत तेज चालक लड़की है। और वह अपने मतलब के लिए कुछ भी कर सकती है ऐसा उसकी सोच है और वह जम्मू के एक अच्छी बाग छ बाहु यूनिवर्सिटी में पढ़ती है। और उसकी सुंदरता के जलवे कश्मीर के सेब से तुलना करी जाती है। उसी की यूनिवर्सिटी में दो लड़के रोहन और रमन दिल्ली और जालंधर से पढ़ने आते हैं और दोनों हॉस्टल में रहते हैं और दोनों ही जब कॉलेज में एडमिशन लेने आते हैं तब उनकी मुलाकात निकिता से होती है रोहन और अमन दोनों ही उसके सुंदरता और उसके शरीर को देखकर उसके दीवाने हो जाते हैं कुछ तो उम्र का ही असर होता है और कुछ समय की आज के आधुनिक युग की महिमा है क्योंकि आज आधुनिक युग में अधिकतर बच्चे अपने परिवार के कहने के अनुसार नहीं चलते हैं। बस हम अपनी कहानी को कल्पना और सच के माध्यम से कह सकते हैं क्योंकि सच तो हम सभी जानते हैं आज के माहौल और आधुनिक युग के साथ हम सभी पाठक गण अपने आस पड़ोस और अपने स्वयं में समझते हैं कहानी को कहानी की मनोरंजन के साथ पड़े परंतु प्रेरणा भी एक कहानी के रूप में सच कह रही है और कहानी भी हम इसलिए पढ़ते हैं कि हम भी कुछ अपनी राह को समझ सके। लेखक या रचनाकार को शब्दों के साथ कहानी शीर्षक के साथ लिखने में समाज और देश की युवा को एक प्रेरणा देने के लिए भी हम अपने शब्दों को लिखते हैं तब आज की कहानी आगे बढ़ते हैं पढ़े............ रोहन और रमन एक ही हॉस्टल कमरे में रहते हैं और निकिता जम्मू के शहर की रहने वाली लड़की है और दोनों ही कुछ दिनों में निकिता के दोस्त बन जाते हैं। आजकल कॉलेज में पढ़ने वाली लड़की लड़कियों की दोस्ती का सच तो किसी से छुपा नहीं है भला ही हम अपनी कहानी को कहानी के रूप में दिख रहे हैं और शब्दों में हम कल्पना और सच के साथ कह रहे हैं रोहन और निकिता एक दूसरे को पसंद करते हैं परंतु रमन को इस बात से ऐतराज होता है क्योंकि जीवन में हर किसी को सुंदर और समझदार लोगों को चाहने की आदत होती है। परंतु निकिता रोहन रमन की मन से बेखबर थी। निकिता रोहन कभी-कभी एक दूसरे से अकेले भी मिलने लगे। और कभी एक दूसरे के नोट्स शेयर करते और फिर कभी एक दूसरे के साथ बैठकर पद्धति और एक दूसरे को अच्छी तरह पहचानने लगे थे। पहाड़ की वीडियो की लड़की निकिता एक सुलझे हुए संस्कार की लड़की थी भलाई में खूबसूरत और मांसल देह से भरपूर थी। परंतु वह आस्तीन की सांपों को पहचानती नहीं थी क्योंकि आज भी हम किसी की प्रेम और चाहत में बहुत कुछ भूल जाते हैं और यही भूल हमारे जीवन में आस्तीन का सांप बन जाती है खास तौर से दोस्ती में और प्रेम में यह आस्तीन का सांप हमेशा साथ रहता है इसलिए तो आज के आधुनिक युग में हमारा विश्वास एतबार एहसास सब कुछ खत्म हो चुका है परंतु सच और शब्दों में कहानी को पाठको के साथ सामाजिक प्रेरणा के लिए लिखा जाता है। जिससे समाज भी कहानी को पढ़कर अपने जीवन में थोड़ा सा सोचने के लिए राह पर चल सकता हैं। रमन को जब यह मालूम चलता है कि रोहन और निकिता एक दूसरे करीब आ रहे हैं और रोहन की जिंदगी खुशियों से भरने वाली है तो वह एक चाल चलता है वह निकिता को एक बहन का शब्द इस्तेमाल करता है और रोहन को तो भाई भाई कहता था और वह निकिता को रोहन के खिलाफ झूठ और गलत बातों से उसके मन में जहर भर देता है और उधर रोहन को निकिता कि गलत होने की और उसकी चाल चलन के बारे में गलत राय देकर उसको भड़का देता है। निकिता और रोहन एक दूसरे से अलग होने लगते हैं क्योंकि वह गलतफहमी का शिकार हो जाते हैं रमन के द्वारा और रमन आस्तीन का सांप बनाकर उनके प्रेम को डस लेता है। परंतु निकिता की मां और पिता बहुत समझदार होते हैं वह रोहन से मिल चुके होते हैं एक दिन निकिता से रोहन के बारे में पूछते हैं तो निकिता रहती है मम्मी पापा वह अच्छा लड़का नहीं है परंतु निकिता के माता-पिता को विश्वास नहीं होता है और वह रोहन की खोज के लिए उसके घर पहुंच जाते हैं तब बदलता है रोहन एक बहुत अच्छे परिवार का उलझा हुआ लड़का है और उसी के साथ वह रमन के घर की भी खोज निकालते हैं तब पात्रता रामानी गरीब परिवार का बिगड़ा हुआ और पैसे का लालची और जलन खोर वह बचपन से ही रहा है। और भाई जब लौटकर निकिता को रमन को आस्तीन का सांप बताते हैं और उसकी कहानी सुनाते हैं तब निकिता को बहुत दुख होता है क्योंकि निकिता की विवाह के सपने रोहन के साथ उसके माता-पिता देख चुके होते हैं और वह जब रोहन के घर गई थी तो उसके माता-पिता से बात करके आ चुके होते हैं और वह रमन को अपने घर बुलाते हैं जब उसकी हकीकत बताते हैं और तब रमन का भांडा फूट जाता है और वह आस्तीन का सांप पकड़ा जाता है और रोहन और निकिता के जीवन में फिर खुशियां और प्रेम की पौधे और फूल खिल जाते हैं। आज भी आस्तीन का सांप कहीं ना कहीं होता है तो हम सबको भी आस्तीन का सांप से बचकर रहना चाहिए।
नीरज अग्रवाल चंदौसी उ.प्र
Sushi saxena
23-Jan-2024 08:17 PM
Nice
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Mohammed urooj khan
22-Jan-2024 12:12 PM
👍👍👍👍
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Shnaya
22-Jan-2024 12:21 AM
Very nice
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